7 यूसुफ ने उन्हें देखते ही पहचान लिया, मगर उसने अनजान बनने का ढोंग किया+ और उनसे कड़ककर पूछा, “कहाँ से आए हो तुम लोग?” उन्होंने कहा, “हम कनान देश से आए हैं और अनाज खरीदना चाहते हैं।”+
9 फिर तभी यूसुफ को वे सपने याद आए जो उसने अपने भाइयों के बारे में देखे थे।+ उसने उनसे कहा, “तुम लोग जासूस हो! तुम हमारे देश की कमज़ोरियों का पता लगाने आए हो!”