15इसके बाद अब्राम को एक दर्शन में यहोवा का यह संदेश मिला: “अब्राम, तुझे किसी बात से डरने की ज़रूरत नहीं।+ मैं तेरे लिए एक ढाल हूँ।+ मैं तुझे बहुत बड़ा इनाम दूँगा।”+
5 फिर परमेश्वर ने अब्राम को बाहर लाकर उससे कहा, “ज़रा अपनी नज़रें उठाकर आसमान की तरफ देख। अगर तू तारों को गिन सके तो गिन।” फिर परमेश्वर ने उससे कहा, “तेरे वंश* की गिनती भी इसी तरह बेशुमार होगी।”+
7 इसराएलियों* की कई संतानें हुईं और उनकी गिनती बहुत बढ़ने लगी। वे दिनों-दिन ताकतवर होते गए और उनकी आबादी इतनी तेज़ी से बढ़ने लगी कि वे पूरे मिस्र में भर गए।+