23 यहोवा ने उससे कहा, “तेरी कोख में दो लड़के* पल रहे हैं,+ उनसे दो राष्ट्र निकलेंगे और उन दोनों के रास्ते अलग-अलग होंगे।+ एक राष्ट्र दूसरे से ज़्यादा ताकतवर होगा+ और बड़ा छोटे की सेवा करेगा।”+
29 देश-देश के लोग तेरी सेवा करें और सभी राष्ट्र तेरे सामने अपना सिर झुकाएँ। तू अपने भाइयों का मालिक हो और तेरे भाई तेरे सामने सिर झुकाएँ।+ जो कोई तुझे शाप दे वह शापित ठहरे और जो कोई तुझे आशीर्वाद दे उसे आशीर्वाद मिले।”+