11 तब फिरौन ने मिस्र के ज्ञानियों और टोना-टोटका करनेवालों को बुलवाया और उन जादू-टोना करनेवाले पुजारियों+ ने भी अपनी जादूगरी* से वैसा ही चमत्कार कर दिखाया।+12 उन सबने अपनी-अपनी छड़ी ज़मीन पर फेंकी और उनकी छड़ियाँ बड़े-बड़े साँप बन गयीं। मगर हारून की छड़ी ने उनकी छड़ियों को निगल लिया।
20 तब मूसा और हारून ने बिना देर किए यहोवा की आज्ञा के मुताबिक काम किया। हारून ने नील नदी के पास फिरौन और उसके सेवकों के देखते अपनी छड़ी उठायी और पानी पर मारी। तब नदी का सारा पानी खून में बदल गया।+
22 मिस्र के जादू-टोना करनेवाले पुजारियों ने भी अपनी जादुई कला से वैसा ही चमत्कार किया।+ इसलिए फिरौन का दिल कठोर ही बना रहा। उसने मूसा और हारून की बात नहीं मानी, ठीक जैसे यहोवा ने कहा था।+