18 तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें जो देश देनेवाला है वहाँ के सभी शहरों में* तुम हर गोत्र के लिए न्यायी+ और अधिकारी ठहराना। उन्हें लोगों के मामलों का न्याय सच्चाई से करना चाहिए।
25अगर दो आदमियों के बीच झगड़ा हो जाए तो वे अपना मामला न्यायियों के सामने पेश कर सकते हैं।+ फिर न्यायी उनका फैसला करेंगे और उनमें से जो नेक है उसे निर्दोष ठहराएँगे और जो दुष्ट है उसे दोषी ठहराएँगे।+