8 इसके बाद हारून के बेटों को सामने लाना और उन्हें कुरते पहनाना।+9 और हारून और उसके बेटों की कमर पर कमर-पट्टी बाँधना और उनके सिर पर साफा बाँधना। अब से याजकपद उनका होगा और यह नियम सदा के लिए है।+ इस तरह तू हारून और उसके बेटों को याजकपद सौंपना।*+
33 तुम सात दिन तक भेंट के तंबू के द्वार से बाहर मत जाना, जब तक कि तुम्हें याजकपद सौंपने के दिन पूरे नहीं हो जाते क्योंकि तुम्हें याजकपद सौंपने* में पूरे सात दिन लगेंगे।+
2 हारून के बेटे ये थे: पहलौठा नादाब, फिर अबीहू,+ एलिआज़र+ और ईतामार।+3 हारून के इन बेटों का अभिषेक किया गया और याजकों के नाते सेवा करने के लिए उन्हें याजकपद सौंपा गया।*+