9 फिर उसने कहा, “हे यहोवा, अगर तेरी कृपा मुझ पर है, तो हमारे साथ चल और हमारे बीच रह।+ हम ढीठ किस्म के लोग हैं,+ फिर भी हे यहोवा, हमारे गुनाह और पाप माफ कर दे+ और हमें अपनी जागीर मानकर अपना ले।”
6 इसलिए जान लो कि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें इस बढ़िया देश का जो अधिकारी बना रहा है, उसकी वजह यह नहीं कि तुम नेक हो। तुम तो दरअसल बहुत ढीठ किस्म के लोग हो।+
51 अरे ढीठ लोगो, तुमने अपने कान और अपने दिल के दरवाज़े बंद कर रखे हैं। तुम हमेशा से पवित्र शक्ति का विरोध करते आए हो। तुम वही करते हो जो तुम्हारे बाप-दादा करते थे।+