22 जब मेरी महिमा का तेज तेरे सामने से गुज़रेगा तो मैं तुझे इस चट्टान की एक बड़ी दरार में रखूँगा और जब तक मैं तेरे सामने से निकल न जाऊँ तब तक अपने हाथ से तुझे ढाँपे रहूँगा। 23 इसके बाद मैं अपना हाथ हटा लूँगा और तू मेरी पीठ देखेगा। मगर मेरा चेहरा तू नहीं देख सकेगा।”+
8 मैं उससे आमने-सामने बात करता हूँ+ और उसे पहेलियों में नहीं बल्कि साफ-साफ अपनी बात बताता हूँ। और खुद यहोवा उसके सामने प्रकट होता है। फिर तुम दोनों ने मेरे सेवक मूसा के खिलाफ बात करने की जुर्रत कैसे की?”
38 यह वही मूसा है जो वीराने में इसराएल की मंडली के बीच था और उस स्वर्गदूत के साथ था,+ जिसने सीनै पहाड़ पर उससे बात की थी।+ मूसा ने ही हमारे पुरखों से बात की थी और जीवित और पवित्र वचन पाए थे ताकि हम तक पहुँचाए।+