36 तू उनके प्रायश्चित के लिए हर दिन पाप-बलि का बैल चढ़ाना और वेदी के लिए प्रायश्चित करके उसके पाप दूर करना और उसे शुद्ध करना और उसे पवित्र ठहराने के लिए उसका अभिषेक करना।+
11 क्योंकि हरेक जीवित प्राणी की जान* उसके खून में है।+ और मैंने खुद यह इंतज़ाम ठहराया है कि खून वेदी पर उँडेला जाए+ ताकि तुम्हारी जान के लिए प्रायश्चित हो, क्योंकि खून में ही जान है और खून से ही पापों का प्रायश्चित किया जा सकता है।+