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व्यवस्थाविवरण 14:4-20पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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4 तुम ये जानवर खा सकते हो:+ बैल, भेड़, बकरी, 5 हिरन, चिकारा, छोटा हिरन, जंगली बकरी, नीलगाय, जंगली भेड़ और पहाड़ी भेड़। 6 तुम ऐसे किसी भी जानवर को खा सकते हो जिसके खुर दो भागों में बँटे होते हैं और जो जुगाली भी करता है। 7 मगर तुम वे जानवर मत खाना जो या तो जुगाली करते हैं या जिनके खुर दो भागों में बँटे होते हैं: ऊँट, खरगोश और चट्टानी बिज्जू। ये जानवर जुगाली तो करते हैं मगर इनके खुर दो भागों में नहीं बँटे होते। ये तुम्हारे लिए अशुद्ध हैं।+ 8 तुम सूअर को भी मत खाना क्योंकि उसके खुर तो दो भागों में बँटे होते हैं मगर वह जुगाली नहीं करता। वह तुम्हारे लिए अशुद्ध है। तुम ऐसे जानवरों का गोश्त न खाना, न ही उनकी लाश छूना।
9 पानी में रहनेवाले जीव-जंतुओं में से तुम ऐसे हर जीव को खा सकते हो जिसके पंख और छिलके होते हैं।+ 10 लेकिन तुम ऐसे जीवों को मत खाना जिनके पंख और छिलके नहीं होते। वे तुम्हारे लिए अशुद्ध हैं।
11 तुम ऐसे किसी भी पक्षी को खा सकते हो जो शुद्ध है। 12 मगर तुम इनमें से किसी को मत खाना: उकाब, समुद्री बाज़, काला गिद्ध,+ 13 लाल चील, काली चील, हर किस्म की चील, 14 हर किस्म का कौवा, 15 शुतुरमुर्ग, उल्लू, धोमरा, हर किस्म का बाज़, 16 छोटा उल्लू, लंबे कानोंवाला उल्लू, हंस, 17 हवासिल, गिद्ध, पन-कौवा, 18 लगलग, हर किस्म का बगुला, हुदहुद और चमगादड़। 19 पंखोंवाला ऐसा हर कीट-पतंगा भी तुम्हारे लिए अशुद्ध है जो झुंड में उड़ता है। इन्हें खाना मना है। 20 तुम उड़नेवाले ऐसे किसी भी जीव को खा सकते हो जो शुद्ध है।
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