30 फिर अगले ही दिन मूसा ने लोगों से कहा, “तुम लोगों ने बहुत बड़ा पाप किया है। अब मैं जाकर यहोवा को मनाने की कोशिश करूँगा। हो सकता है वह तुम्हारे पाप माफ कर दे।”+
17 जब भी हारून प्रायश्चित करने के लिए परम-पवित्र जगह में जाएगा, तो उसके बाहर आने तक भेंट के तंबू में कोई और आदमी नज़र न आए। हारून अपने और अपने घराने+ के लिए और इसराएल की पूरी मंडली+ के लिए प्रायश्चित करेगा।
25 तब याजक इसराएलियों की पूरी मंडली के लिए प्रायश्चित करेगा। उनकी गलती माफ कर दी जाएगी,+ क्योंकि उन्होंने यह अनजाने में की थी और उन्होंने अपना बलिदान आग में जलाकर यहोवा को अर्पित किया है और अपनी गलती के लिए यहोवा के सामने पाप-बलि भी चढ़ायी है।
17 इसीलिए ज़रूरी था कि वह हर मायने में अपने भाइयों जैसा बने+ ताकि वह परमेश्वर से जुड़ी बातों में एक दयालु और विश्वासयोग्य महायाजक बन सके और लोगों के पापों के लिए+ सुलह करानेवाला बलिदान चढ़ाए।*+