-
लैव्यव्यवस्था 23:34-36पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
-
-
34 “इसराएलियों से कहना, ‘सातवें महीने के 15वें दिन छप्परों का त्योहार होगा। यह त्योहार यहोवा के लिए सात दिन मनाया जाएगा।+ 35 पहले दिन तुम एक पवित्र सभा रखना और उस दिन मेहनत का कोई भी काम न करना। 36 सात दिनों तक तुम यहोवा के लिए एक चढ़ावा आग में जलाकर अर्पित करना। आठवें दिन तुम एक पवित्र सभा रखना+ और यहोवा के लिए एक चढ़ावा आग में जलाकर अर्पित करना। यह परमेश्वर की उपासना के लिए खास सभा होगी। इस दिन तुम्हें मेहनत का कोई भी काम नहीं करना चाहिए।
-
-
व्यवस्थाविवरण 16:13-15पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
-
-
13 जब तुम अपने खलिहान से अनाज इकट्ठा करोगे और अपने हौद से तेल और दाख-मदिरा जमा करोगे तब तुम सात दिन के लिए छप्परों का त्योहार मनाना।+ 14 इस त्योहार के दौरान तुम खुशियाँ मनाना।+ तुम अपने बेटे-बेटियों, दास-दासियों और उन लेवियों, परदेसियों, अनाथों और विधवाओं के साथ खुशियाँ मनाना जो तुम्हारे शहरों में रहते हैं। 15 तुम सात दिन तक अपने परमेश्वर यहोवा के लिए उस जगह त्योहार मनाना+ जो यहोवा चुनता है क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारी फसलों पर और तुम्हारे सभी कामों पर आशीष देगा+ जिससे तुम ज़रूर खुशियाँ मनाओगे।+
-
-
नहेमायाह 8:14-18पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
-
-
14 उन्होंने कानून में यह लिखा हुआ पाया कि यहोवा ने मूसा के ज़रिए इसराएलियों को आज्ञा दी थी कि सातवें महीने में जो त्योहार मनाया जाएगा, उस दौरान उन्हें छप्परों में रहना है।+ 15 और सभी शहरों और पूरे यरूशलेम में यह ऐलान करना है,+ “पहाड़ी इलाके में जाओ और जैतून, चीड़, मेंहदी और खजूर के पेड़ की घनी डालियाँ तोड़कर लाओ और दूसरे पेड़ों से भी घनी डालियाँ तोड़कर लाओ। और उनसे छप्पर बनाओ क्योंकि कानून में यही लिखा है।”
16 तब लोग जाकर घनी डालियाँ ले आए और उन्होंने छप्पर बनाए। हरेक ने अपने घर की छत पर और आँगन में इसे खड़ा किया। साथ ही, सच्चे परमेश्वर के भवन के आँगनों में,+ पानी फाटक के चौक में+ और एप्रैम फाटक+ के चौक में भी छप्पर बनाए गए। 17 इस तरह, बँधुआई से छूटकर आए लोगों की पूरी मंडली ने छप्पर बनाए और उनमें रहने लगे। नून के बेटे यहोशू+ के दिनों से लेकर आज तक, इसराएलियों ने इस तरह छप्परों का त्योहार नहीं मनाया था। इसलिए उन्होंने बड़ी खुशी के साथ इसे मनाया।+ 18 त्योहार के पहले दिन से लेकर आखिरी दिन तक, हर रोज़ सच्चे परमेश्वर के कानून की किताब पढ़ी गयी।+ लोगों ने सात दिन तक यह त्योहार मनाया और आठवें दिन पवित्र सभा रखी, ठीक जैसा कानून में बताया गया था।+
-