12 बाद में यहोवा ने मूसा और हारून से कहा, “तुम दोनों ने मुझ पर विश्वास नहीं किया और इसराएल के लोगों के सामने मुझे पवित्र नहीं ठहराया। इसलिए तुम इस मंडली को उस देश में नहीं ले जाओगे जो मैं इसे देनेवाला हूँ।”+
31फिर मूसा इसराएल के सभी लोगों के पास गया और उसने ये बातें उनसे कहीं: 2 “अब मैं 120 साल का हो गया हूँ।+ मैं और तुम्हारी अगुवाई नहीं कर सकता क्योंकि यहोवा ने मुझसे कहा है, ‘तू इस यरदन को पार नहीं करेगा।’+