6 इसलिए तू इसराएलियों से मेरी यह बात कहना, ‘मैं यहोवा हूँ, मैं तुम लोगों को मिस्रियों के बोझ से छुटकारा दिलाऊँगा, उनकी गुलामी से आज़ाद कर दूँगा।+ मैं अपना हाथ बढ़ाकर* तुम्हें छुड़ा लूँगा और उन्हें कड़ी-से-कड़ी सज़ा दूँगा।+
3 तब मूसा ने लोगों से कहा, “यह दिन तुम याद रखना, क्योंकि आज के दिन तुम गुलामी के घर मिस्र से बाहर निकल आए हो+ और यहोवा ने अपने शक्तिशाली हाथ से तुम्हें वहाँ से आज़ाद किया है।+ इसलिए तुम ऐसी कोई भी चीज़ न खाना जिसमें खमीर मिला हो।
14 अगर भविष्य में कभी तुम्हारे बेटे तुमसे पूछें, ‘हम ऐसा क्यों करते हैं?’ तो तुम उनसे कहना, ‘यहोवा ने अपने शक्तिशाली हाथ से हमें गुलामी के घर, मिस्र से बाहर निकाला था।+