8 इसलिए मैं नीचे जाकर उन्हें मिस्रियों के हाथ से छुड़ाऊँगा+ और उन्हें एक अच्छे और बड़े देश में ले जाऊँगा, जहाँ दूध और शहद की धाराएँ बहती हैं+ और जहाँ आज कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिव्वी और यबूसी लोग रहते हैं।+
6 उस दिन मैंने शपथ खाकर कहा था कि मैं उन्हें मिस्र से बाहर निकाल लाऊँगा और एक ऐसे देश में ले जाऊँगा जहाँ दूध और शहद की धाराएँ बहती हैं।+ वह देश मैंने काफी देख-परखकर* उनके लिए चुना था। वह दुनिया का सबसे सुंदर, सबसे निराला देश* था।