नीतिवचन 7:1-3 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 7 हे मेरे बेटे, मेरी बातों को मान,मेरी आज्ञाओं को अनमोल जानकर संजोए रख।+ 2 मेरी आज्ञाओं पर चल और जीवित रह,+मेरी सिखायी बातों को आँख की पुतली की तरह सँभाल। 3 इन्हें अपनी उँगलियों में बाँध ले,अपने दिल की पटिया पर लिख ले।+
7 हे मेरे बेटे, मेरी बातों को मान,मेरी आज्ञाओं को अनमोल जानकर संजोए रख।+ 2 मेरी आज्ञाओं पर चल और जीवित रह,+मेरी सिखायी बातों को आँख की पुतली की तरह सँभाल। 3 इन्हें अपनी उँगलियों में बाँध ले,अपने दिल की पटिया पर लिख ले।+