7 फिर यहोवा ने उससे कहा, “मैंने बेशक देखा है कि मिस्र में मेरे लोग कितनी दुख-तकलीफें झेल रहे हैं। मैंने उनका रोना-बिलखना सुना है क्योंकि मिस्र में उनसे जबरन मज़दूरी करवायी जा रही है। मैं अपने लोगों का दुख अच्छी तरह समझ सकता हूँ।+
15 मत भूलना कि मिस्र में तुम भी गुलाम थे और तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने अपना शक्तिशाली हाथ बढ़ाकर तुम्हें वहाँ से बाहर निकाला।+ इसीलिए तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम्हें सब्त का दिन मानने की आज्ञा दी है।