-
गिनती 14:1-3पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
-
-
14 तब मंडली के सब लोग ये बातें सुनकर ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगे और सारी रात रोते रहे।+ 2 सभी इसराएली मूसा और हारून के खिलाफ कुड़कुड़ाने लगे।+ उनकी पूरी मंडली कहने लगी, “काश, हम मिस्र में ही मर जाते या इस वीराने में ही मर जाते! 3 यहोवा क्यों हमें उस देश में ले जा रहा है?+ बस इसलिए कि दुश्मन आकर हमें तलवार से मार डालें और हमारे बीवी-बच्चों को बंदी बनाकर ले जाएँ?+ इससे तो अच्छा है कि हम मिस्र लौट जाएँ।”+
-
-
व्यवस्थाविवरण 1:28पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
-
-
28 हाय! हम कैसे देश में जा रहे हैं? हमारे भाई जो उस देश को देख आए हैं वे कहते हैं, “उस देश के लोग हमसे कहीं ज़्यादा ताकतवर हैं, बहुत लंबे-चौड़े हैं। उनके शहर बहुत बड़े-बड़े हैं और शहरपनाह इतनी ऊँची हैं कि आसमान से बातें करती हैं।+ हमने वहाँ अनाकी लोगों+ को देखा है।” यह सब सुनकर हमारी हिम्मत टूट गयी है।’+
-