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व्यवस्थाविवरण 11:26-28पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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26 देखो, आज मैं तुम्हें यह चुनने का मौका देता हूँ कि तुम आशीष चाहते हो या शाप।+ 27 अगर तुम अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञाएँ मानोगे जो आज मैं तुम्हें सुना रहा हूँ तो तुम्हें आशीषें मिलेंगी।+ 28 लेकिन अगर तुम अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञाएँ नहीं मानोगे और उस रास्ते से फिर जाओगे जिस पर चलने की आज्ञा आज मैं तुम्हें दे रहा हूँ और उन देवताओं के पीछे चलने लगोगे जिन्हें तुम पहले नहीं जानते थे, तो तुम पर शाप पड़ेगा।+
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