14 इस पर उन आदमियों ने राहाब से कहा, “अगर हम अपना वादा पूरा न करें, तो तुम्हारी जगह हमारी जान चली जाए! बस तू किसी से यह मत कहना कि हम क्यों आए थे। फिर जब यहोवा हमें यह देश देगा, तो हम तेरे साथ कृपा* और सच्चाई से पेश आएँगे।”
17 यह शहर और इसमें जो कुछ है उस पर यहोवा का अधिकार है और उसने इन्हें नाश के लायक ठहराया है।+ सिर्फ राहाब+ वेश्या और उसके साथ उसके घर में जो कोई है, उन्हें ज़िंदा छोड़ देना क्योंकि राहाब ने हमारे जासूसों को छिपाया था।+
22 अब यहोशू ने उन दो आदमियों से, जो देश की जासूसी करने गए थे कहा, “उस वेश्या के घर जाओ और उसे और उसके घराने के सब लोगों को सही-सलामत बाहर ले आओ, जैसा तुमने उससे शपथ खायी थी।”+