5 उन्होंने उससे कहा, “देख, अब तेरी उम्र हो चुकी है और तेरे बेटे तेरे नक्शे-कदम पर नहीं चलते। इसलिए दूसरे राष्ट्रों की तरह हमारा न्याय करने के लिए हम पर एक राजा ठहरा।”+
24 शमूएल ने सब लोगों से कहा, “देखो, यहोवा ने तुम्हारे लिए कितना बढ़िया आदमी चुना है!+ इसके जैसा लोगों में और कोई नहीं है।” तब सब लोग ज़ोर-ज़ोर से कहने लगे, “राजा की जय हो! राजा की जय हो!”
14 बाद में शमूएल ने लोगों से कहा, “आओ हम गिलगाल+ चलें और एक बार फिर ऐलान करें कि शाऊल राजा है।”+15 तब सब लोग गिलगाल गए और वहाँ उन्होंने यहोवा के सामने शाऊल को राजा बनाया। फिर उन्होंने यहोवा के सामने शांति-बलियाँ चढ़ायीं+ और शाऊल और इसराएल के सभी आदमियों ने खुशी से जश्न मनाया।+