4 तब दाविद के आदमियों ने उससे कहा, “आज यहोवा तुझसे कह रहा है, ‘देख! मैंने तेरे दुश्मन को तेरे हाथ में कर दिया है।+ तुझे जो सही लगे वह कर।’” तब दाविद उठा और चुपके से शाऊल के पास गया और उसके बिन आस्तीन के बागे का छोर काट लिया।
10 आज तूने खुद अपनी आँखों से देखा कि जब तू गुफा में था तो यहोवा ने तुझे मेरे हाथ में कर दिया था। और किसी ने मुझसे कहा भी था कि मैं तुझे मार डालूँ+ मगर मैंने तुझ पर तरस खाया। मैंने कहा, ‘मैं अपने मालिक पर हाथ नहीं उठाऊँगा क्योंकि वह यहोवा का अभिषिक्त जन है।’+