31 तभी दाविद को बताया गया कि अहीतोपेल भी अबशालोम के साथ साज़िश करनेवालों में से है।+ यह सुनकर दाविद ने बिनती की, “हे यहोवा, तू ऐसा कर कि अहीतोपेल की सलाह मूर्खों की सलाह लगे!”+
34 लेकिन अगर तू शहर लौट जाए और अबशालोम से कहे, ‘हे राजा मैं तेरा सेवक हूँ। कल तक मैं तेरे पिता का सेवक था, मगर आज मैं तेरा सेवक हूँ,’+ तब तू अहीतोपेल की सलाह नाकाम कर पाएगा।+