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1 इतिहास 21:1-3पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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21 फिर शैतान* इसराएल के खिलाफ उठा और उसने दाविद को इसराएलियों की गिनती लेने के लिए उकसाया।+ 2 इसलिए दाविद ने योआब+ और सेनापतियों से कहा, “जाओ और बेरशेबा से दान+ तक इसराएलियों की गिनती लो। फिर आकर मुझे बताओ ताकि मैं उनकी गिनती जान सकूँ।” 3 मगर योआब ने कहा, “यहोवा अपने लोगों की गिनती 100 गुना बढ़ाए! मेरे मालिक राजा, क्या वे सभी पहले से ही तेरे सेवक नहीं हैं? फिर तू क्यों यह काम करना चाहता है? तू क्यों इसराएल पर दोष लगने का कारण बनना चाहता है?”
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1 इतिहास 27:23, 24पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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23 दाविद ने 20 साल या उससे कम उम्र के लोगों की गिनती नहीं ली क्योंकि यहोवा ने वादा किया था कि वह इसराएल की गिनती बढ़ाकर आसमान के तारों जितनी बेशुमार कर देगा।+ 24 सरूयाह के बेटे योआब ने उनकी गिनती करना शुरू किया, मगर पूरा नहीं किया। गिनती लेने की वजह से परमेश्वर का क्रोध इसराएल पर भड़क उठा था+ और उनकी गिनती राजा दाविद के ज़माने के इतिहास में नहीं लिखी गयी थी।
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