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  • 2 इतिहास 34:22-28
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 22 तब हिलकियाह, राजा के भेजे हुए आदमियों के साथ मिलकर भविष्यवक्‍तिन+ हुल्दा के पास गया। भविष्यवक्‍तिन हुल्दा, शल्लूम की पत्नी थी जो तिकवा का बेटा और हरहस का पोता था। शल्लूम पोशाक-घर की देखरेख करनेवाला था। हुल्दा यरूशलेम के ‘नए हिस्से’ में रहती थी और वहीं योशियाह के भेजे हुए आदमियों ने उससे बात की।+ 23 हुल्दा ने उनसे कहा, “इसराएल के परमेश्‍वर यहोवा ने कहा है, ‘जिस आदमी ने तुम्हें मेरे पास भेजा है, उससे कहना: 24 “यहोवा ने कहा है, ‘मैं इस जगह पर और यहाँ रहनेवालों पर विपत्ति लाऊँगा।+ उस किताब में लिखे सारे शाप उन पर आ पड़ेंगे,+ जो यहूदा के राजा के सामने पढ़कर सुनाए गए हैं। 25 उन्होंने मुझे छोड़ दिया है+ और वे दूसरे देवताओं के सामने बलिदान चढ़ाते हैं और अपने हाथ की बनायी चीज़ों से मुझे गुस्सा दिलाते हैं,+ इसलिए मेरे क्रोध का प्याला इस जगह पर उँडेला जाएगा और इसकी आग नहीं बुझेगी।’”+ 26 मगर तुम यहूदा के राजा से, जिसने यहोवा की मरज़ी जानने के लिए तुम्हें भेजा है, कहना, “तूने जो बातें सुनी हैं+ उनके बारे में इसराएल का परमेश्‍वर यहोवा कहता है, 27 ‘जब तूने सुना कि मैं इस जगह और यहाँ रहनेवालों के साथ क्या करनेवाला हूँ, तो इस बात ने तेरे दिल पर गहरा असर किया और तूने खुद को मेरे सामने नम्र किया और तू अपने कपड़े फाड़कर मेरे सामने रोया। इसलिए मैंने तेरी बिनती सुनी है।’+ यहोवा का यह ऐलान है। 28 ‘इसलिए तेरे जीते-जी मैं इस जगह पर और यहाँ के रहनेवालों पर कहर नहीं ढाऊँगा। तू शांति से मौत की नींद सोएगा* और तुझे अपनी कब्र में दफना दिया जाएगा।’”’”+

      तब उन आदमियों ने जाकर यह संदेश राजा को सुनाया।

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