41 उनके साथ हेमान, यदूतून+ और चुनिंदा आदमियों में से बाकी लोग भी थे जिन्हें नाम से चुना गया था ताकि वे यहोवा का शुक्रिया अदा करें+ क्योंकि “उसका अटल प्यार सदा बना रहता है।”+
25इसके अलावा, दाविद और मंदिर में सेवा करनेवाले समूहों के प्रधानों ने मिलकर आसाप, हेमान और यदूतून के कुछ बेटों+ को अलग किया ताकि वे सुरमंडल, तारोंवाले बाजों+ और झाँझ की धुन पर+ भविष्यवाणी करें। इस सेवा के लिए चुने गए आदमियों की सूची यह थी:
6 ये सभी अपने पिता के निर्देशन में सेवा करते थे और यहोवा के भवन में झाँझ, तारोंवाले बाजों और सुरमंडल की धुन पर गीत गाते थे।+ सच्चे परमेश्वर के भवन में उनकी यही सेवा थी।
आसाप, यदूतून और हेमान राजा के निर्देशन में सेवा करते थे।
3 यदूतून+ के बेटों में से गदल्याह, सरी, यशाया, शिमी, हशब्याह और मतित्याह।+ ये छ: अपने पिता यदूतून के निर्देशन में सेवा करते थे। यदूतून सुरमंडल की धुन पर भविष्यवाणी करता और यहोवा का शुक्रिया अदा करता और उसकी तारीफ करता था।+