25 अगर तुम मेरे लोगों में से किसी गरीब* को, जो तुम्हारे बीच रहता है, पैसे उधार देते हो तो उसके साथ लेनदारों* जैसा सलूक मत करना, उससे ब्याज की माँग मत करना।+
19 जब तुम अपने एक इसराएली भाई को कुछ उधार देते हो तो उससे ब्याज मत लेना,+ फिर चाहे वह पैसा हो या खाने की चीज़ें या ऐसी कोई और चीज़ हो जिस पर ब्याज लगाया जा सकता है।
12 तेरे यहाँ लोग खून करने के लिए घूस लेते हैं।+ तू ब्याज पर या मुनाफे के लिए कर्ज़ देती है+ और अपने पड़ोसियों से पैसा ऐंठती है।+ हाँ, तू मुझे बिलकुल भूल गयी है।’ सारे जहान के मालिक यहोवा ने यह कहा है।