44 लेकिन लोग इतने गुस्ताख थे कि उन्होंने मूसा की एक न मानी और सीधे पहाड़ पर चढ़ने लगे।+ मगर यहोवा के करार का संदूक छावनी के बीच ही रहा और मूसा भी वहीं ठहरा रहा।+
6 इसलिए जान लो कि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें इस बढ़िया देश का जो अधिकारी बना रहा है, उसकी वजह यह नहीं कि तुम नेक हो। तुम तो दरअसल बहुत ढीठ किस्म के लोग हो।+