5 जो ज़िंदा हैं वे जानते हैं कि वे मरेंगे,+ लेकिन मरे हुए कुछ नहीं जानते।+ और न ही उन्हें आगे कोई इनाम* मिलता है क्योंकि उन्हें और याद नहीं किया जाता।+
5 ऊँचाई से डर लगने लगे और सड़क पर चलने का खतरा सताने लगे। इससे पहले कि बादाम के पेड़ पर फूल खिलें,+ टिड्डा घिसटते हुए चले, कबरा फट जाए* और इंसान अपने सदा के घर की तरफ जाए+ और मातम मनानेवाले सड़कों पर घूमें;+