-
सभोपदेशक 8:12, 13पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
-
-
12 चाहे पापी 100 बार पाप करके बहुत दिनों तक जीए, पर मैं जानता हूँ कि आखिर में सच्चे परमेश्वर का डर माननेवाले का ही भला होता है क्योंकि उसमें परमेश्वर के लिए सच्ची श्रद्धा है।+ 13 लेकिन दुष्ट का भला नहीं होगा,+ न ही वह अपनी ज़िंदगी के दिन बढ़ा पाएगा जो छाया के समान बीत जाते हैं।+ क्योंकि वह परमेश्वर का डर नहीं मानता।
-