6 विश्वास के बिना परमेश्वर को खुश करना नामुमकिन है, क्योंकि जो उसके पास आता है उसे यकीन करना होगा कि परमेश्वर सचमुच है* और वह उन लोगों को इनाम देता है जो पूरी लगन से उसकी खोज करते हैं।+
11 देखो! हम मानते हैं कि जो धीरज धरते हैं वे सुखी* हैं।+ तुमने सुना है कि अय्यूब ने कैसे धीरज धरा था+ और यहोवा* ने उसे क्या इनाम दिया था,+ जिससे तुम समझ सकते हो कि यहोवा* गहरा लगाव रखनेवाला* और दयालु परमेश्वर है।+