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  • भजन 63:उपरिलेख-11
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • दाविद का सुरीला गीत। यह गीत उस समय का है जब दाविद यहूदा के वीराने में था।+

      63 हे परमेश्‍वर, तू मेरा परमेश्‍वर है, मैं तुझे ढूँढ़ता रहता हूँ।+

      मैं तेरे लिए प्यासा हूँ।+

      इस सूखी तपती ज़मीन पर, जहाँ एक बूँद पानी भी नहीं,

      मैं तेरे लिए इतना तरस रहा हूँ कि बेहोश होने पर हूँ।+

       2 जब मैंने तुझे पवित्र जगह में देखा था,

      तब मैंने तेरी ताकत और महिमा की झलक पायी थी।+

       3 तेरा अटल प्यार जीवन से कहीं ज़्यादा अनमोल है,+

      इसलिए मेरे होंठ तेरी महिमा करेंगे।+

       4 मैं सारी ज़िंदगी तेरी तारीफ करूँगा,

      हाथ उठाकर तेरा नाम पुकारूँगा।

       5 मैं उम्दा और सबसे बढ़िया हिस्सा पाकर* संतुष्ट हूँ।

      इसलिए मेरे होंठ खुशी से तेरी तारीफ करेंगे।+

       6 मैं बिस्तर पर लेटे तुझे याद करता हूँ,

      रात के पहर तेरे बारे में मनन करता हूँ।+

       7 क्योंकि तू मेरा मददगार है,+

      मैं तेरे पंखों की छाँव तले खुशी से जयजयकार करता हूँ।+

       8 मैं तुझसे लिपटा रहता हूँ,

      तेरा दायाँ हाथ मुझे थामे रहता है।+

       9 मगर जो मेरी जान के पीछे पड़े हैं,

      वे धरती की गहराइयों में समा जाएँगे।

      10 वे तलवार के हवाले कर दिए जाएँगे,

      गीदड़ों* का निवाला बन जाएँगे।

      11 मगर राजा परमेश्‍वर के कारण मगन होगा।

      जो कोई परमेश्‍वर की शपथ खाता है, वह खुशियाँ मनाएगा,*

      क्योंकि झूठ बोलनेवालों का मुँह बंद कर दिया जाएगा।

  • भजन 143:6
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    •  6 मैं तेरे सामने अपने हाथ फैलाता हूँ,

      जैसे सूखी ज़मीन बारिश की प्यासी होती है, वैसे ही मैं तेरा प्यासा हूँ।+ (सेला )

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