9 यहोवा की आँखें सारी धरती पर इसलिए फिरती रहती हैं+ कि वह उन लोगों की खातिर अपनी ताकत दिखाए* जिनका दिल उस पर पूरी तरह लगा रहता है।+ तूने इस मामले में मूर्खता का काम किया है इसलिए अब से तू लड़ाइयों में उलझा रहेगा।”+
10 उस छोटी-सी शुरूआत* को कोई तुच्छ न जाने।+ जरुबाबेल के हाथ में साहुल देखकर लोग झूम उठेंगे और सात आँखें भी खुशियाँ मनाएँगी। ये सात आँखें यहोवा की हैं जो पूरी पृथ्वी पर फिरती हैं।”+