भजन 55:17 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 17 शाम, सुबह, दोपहर, हर वक्त मैं चिंता में डूबा कराहता रहता हूँ*+और परमेश्वर मेरी सुनता है।+ भजन 119:147 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 147 मैं भोर से पहले ही* जाग गया ताकि मदद के लिए पुकारूँ,+क्योंकि तेरे वचन मेरी आशा हैं।*