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  • भजन 53:उपरिलेख-6
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • दाविद की रचना। निर्देशक के लिए हिदायत: महलत की शैली* में। मश्‍कील।*

      53 मूर्ख* मन में कहता है, “कोई यहोवा नहीं।”+

      ऐसे लोगों के काम बुरे होते हैं, भ्रष्ट और घिनौने होते हैं,

      कोई भी भला काम नहीं करता।+

       2 मगर परमेश्‍वर स्वर्ग से इंसानों को देखता है+

      कि क्या कोई अंदरूनी समझ रखनेवाला है,

      क्या कोई यहोवा की खोज करनेवाला है।+

       3 वे सब भटक गए हैं,

      सब-के-सब भ्रष्ट हो गए हैं।

      कोई भी भला काम नहीं करता, एक भी नहीं।+

       4 क्या गुनहगारों में से कोई भी समझ नहीं रखता?

      वे मेरे लोगों को ऐसे खा जाते हैं मानो रोटी हो।

      वे यहोवा को नहीं पुकारते।+

       5 मगर उन सब पर खौफ छा जाएगा,

      ऐसा आतंक जो उन्होंने पहले कभी महसूस नहीं किया,*

      क्योंकि परमेश्‍वर तेरे हमलावरों* की हड्डियाँ बिखरा देगा।

      तू उन्हें शर्मिंदा करेगा क्योंकि यहोवा ने उन्हें ठुकरा दिया है।

       6 इसराएल का उद्धार सिय्योन की तरफ से हो!+

      जब यहोवा अपने लोगों को बँधुआई से लौटा ले आएगा,

      तब याकूब खुशियाँ मनाए, इसराएल जश्‍न मनाए।

  • रोमियों 3:10-12
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 10 ठीक जैसा लिखा है, “कोई भी इंसान नेक नहीं, एक भी नहीं।+ 11 ऐसा कोई नहीं जो ज़रा भी अंदरूनी समझ रखता हो, ऐसा कोई नहीं जो परमेश्‍वर की खोज करता हो। 12 सभी इंसान सही राह से हट गए हैं। वे सब-के-सब बेकार हो गए हैं। कोई भी भलाई नहीं करता, एक भी नहीं।”+

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