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  • उत्पत्ति 41:51, 52
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 51 यूसुफ ने अपने पहलौठे का नाम मनश्‍शे*+ रखा क्योंकि उसने कहा, “परमेश्‍वर की दया से मैंने अपने सारे गम और अपने पिता के घर की सभी यादें भुला दी हैं।” 52 यूसुफ ने अपने दूसरे बेटे का नाम एप्रैम*+ रखा क्योंकि उसने कहा, “जिस देश में मैंने तकलीफें झेलीं, उसी देश में परमेश्‍वर ने मुझे फलने-फूलने की आशीष दी है।”+

  • लैव्यव्यवस्था 26:9
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 9 मैं तुम्हें आशीष दूँगा जिससे तुम फलोगे-फूलोगे और तुम्हारी गिनती कई गुना बढ़ जाएगी।+ मैं अपना वह करार निभाऊँगा जो मैंने तुम्हारे साथ किया है।+

  • अय्यूब 42:12, 13
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 12 यहोवा ने अय्यूब को उसके पहले के दिनों से ज़्यादा आशीष दी।+ उसके पास 14,000 भेड़ें, 6,000 ऊँट, 2,000* गाय-बैल और 1,000 गधियाँ हो गयीं।+ 13 अय्यूब के सात बेटे और हुए। इसके अलावा, उसकी तीन और बेटियाँ हुईं।+

  • भजन 128:3
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    •  3 तेरी पत्नी तेरे घर के अंदर अंगूर की फलती-फूलती बेल जैसी होगी,+

      तेरे बेटे तेरी मेज़ के चारों तरफ जैतून के अंकुर जैसे होंगे।

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