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  • भजन 15:1-5
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 15 हे यहोवा, कौन तेरे तंबू में मेहमान बनकर रह सकता है?

      कौन तेरे पवित्र पहाड़ पर निवास कर सकता है?+

       2 वही जो बेदाग ज़िंदगी जीता है,*+

      हमेशा सही काम करता है+

      और दिल में सच बोलता है।+

       3 वह अपनी ज़बान से दूसरों को बदनाम नहीं करता,+

      अपने पड़ोसी का कुछ बुरा नहीं करता,+

      न ही अपने दोस्तों का नाम खराब* करता है।+

       4 वह किसी तुच्छ इंसान से नाता नहीं रखता,+

      मगर यहोवा का डर माननेवालों का सम्मान करता है।

      वह अपना वादा निभाता है,* फिर चाहे उसे नुकसान सहना पड़े।+

       5 वह ब्याज पर उधार नहीं देता,+

      न किसी निर्दोष को दोषी ठहराने के लिए रिश्‍वत लेता है।+

      जो कोई ये सब करता है, उसे कभी हिलाया नहीं जा सकता।*+

  • भजन 27:4
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    •  4 मैंने यहोवा से सिर्फ एक चीज़ माँगी है,

      यही मेरी दिली तमन्‍ना है

      कि मैं सारी ज़िंदगी यहोवा के भवन में निवास करूँ+

      ताकि यहोवा की मनोहरता निहार सकूँ

      और उसके मंदिर* को एहसान-भरे दिल से* देखता रहूँ।+

  • भजन 65:4
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    •  4 सुखी है वह जिसे तू चुनता और अपने पास लाता है

      कि वह तेरे आँगनों में निवास करे।+

      हम तेरे भवन की,+ तेरे पवित्र मंदिर* की अच्छी चीज़ों से संतुष्ट होंगे।+

  • भजन 122:1
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 122 मैं बहुत खुश हुआ जब लोगों ने मुझसे कहा,

      “आओ हम यहोवा के भवन चलें।”+

हिंदी साहित्य (1972-2025)
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