नीतिवचन 6:32 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 32 व्यभिचार करनेवाले में समझ ही नहीं होती,*वह खुद पर बरबादी लाता है,+ नीतिवचन 9:16, 17 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 16 “जो नादान हैं, वे इधर आएँ।” जिनमें समझ नहीं, उनसे वह कहती है,+ 17 “चोरी का पानी मीठा होता है!लुक-छिपकर खाने का मज़ा ही कुछ और है!”+
32 व्यभिचार करनेवाले में समझ ही नहीं होती,*वह खुद पर बरबादी लाता है,+ नीतिवचन 9:16, 17 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 16 “जो नादान हैं, वे इधर आएँ।” जिनमें समझ नहीं, उनसे वह कहती है,+ 17 “चोरी का पानी मीठा होता है!लुक-छिपकर खाने का मज़ा ही कुछ और है!”+
16 “जो नादान हैं, वे इधर आएँ।” जिनमें समझ नहीं, उनसे वह कहती है,+ 17 “चोरी का पानी मीठा होता है!लुक-छिपकर खाने का मज़ा ही कुछ और है!”+