वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • सभोपदेशक 2:2, 3
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    •  2 मैंने कहा, “हँसी-ठहाके लगाना तो पागलपन है।”

      मैंने खुद से पूछा, “मौज-मस्ती करने* का क्या फायदा?”

      3 मैंने सोचा, दाख-मदिरा का भी मज़ा लेकर देख लूँ।+ मगर मैंने अपना होश-हवास नहीं खोया। मैंने मूर्खता को भी गले लगाया। मैं जानना चाहता था कि आसमान के नीचे चंद दिनों की ज़िंदगी जीनेवाले इंसान के लिए क्या करना सबसे अच्छा होगा।

  • सभोपदेशक 2:12
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 12 फिर मैंने बुद्धि, पागलपन और मूर्खता आज़माकर देखी।+ (जब राजा ने सब आज़मा लिया है, तो उसके बाद आनेवाला आदमी क्या कर सकता है? वही जो पहले किया जा चुका है।)

  • सभोपदेशक 7:25
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 25 मैंने बुद्धि की खोज करने और उसे जानने-परखने में अपना मन लगाया। मैं जानना चाहता था कि जो कुछ होता है वह क्यों होता है। मैं समझना चाहता था कि आखिर मूर्खता बुरी क्यों है और पागलपन मूर्खता क्यों है।+

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें