यशायाह 44:28 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 28 मैं कुसरू के बारे में कहता हूँ,+ ‘वह मेरा ठहराया हुआ चरवाहा है,वह मेरी एक-एक मरज़ी पूरी करेगा।’+यरूशलेम नगरी के बारे में कहता हूँ, ‘वह दोबारा बनायी जाएगी।’ और मंदिर के बारे में कहता हूँ ‘तेरी नींव डाली जाएगी।’”+ यशायाह 46:11 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 11 मैं पूरब से एक शिकारी पक्षी को बुला रहा हूँ,+दूर देश से एक आदमी को बुला रहा हूँ, जो मेरे मकसद* को अंजाम देगा।+ मैंने ही यह कहा है और उसे पूरा भी करूँगा,मैंने ही यह ठाना है और उसे करके रहूँगा।+ प्रकाशितवाक्य 16:12 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 12 छठे स्वर्गदूत ने अपना कटोरा महानदी फरात पर उँडेला+ और उसका पानी सूख गया+ ताकि पूरब से आनेवाले राजाओं के लिए रास्ता तैयार करे।+
28 मैं कुसरू के बारे में कहता हूँ,+ ‘वह मेरा ठहराया हुआ चरवाहा है,वह मेरी एक-एक मरज़ी पूरी करेगा।’+यरूशलेम नगरी के बारे में कहता हूँ, ‘वह दोबारा बनायी जाएगी।’ और मंदिर के बारे में कहता हूँ ‘तेरी नींव डाली जाएगी।’”+
11 मैं पूरब से एक शिकारी पक्षी को बुला रहा हूँ,+दूर देश से एक आदमी को बुला रहा हूँ, जो मेरे मकसद* को अंजाम देगा।+ मैंने ही यह कहा है और उसे पूरा भी करूँगा,मैंने ही यह ठाना है और उसे करके रहूँगा।+
12 छठे स्वर्गदूत ने अपना कटोरा महानदी फरात पर उँडेला+ और उसका पानी सूख गया+ ताकि पूरब से आनेवाले राजाओं के लिए रास्ता तैयार करे।+