यशायाह 57:11 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 11 तू किसका डर मानकर झूठ बोलने लगी?+ तूने मुझे याद नहीं रखा,+मेरी किसी बात पर ध्यान नहीं दिया।+ मैं चुप रहा, तेरी करतूतों को बरदाश्त करता रहा,+इसलिए तूने मेरा डर मानना छोड़ दिया है।
11 तू किसका डर मानकर झूठ बोलने लगी?+ तूने मुझे याद नहीं रखा,+मेरी किसी बात पर ध्यान नहीं दिया।+ मैं चुप रहा, तेरी करतूतों को बरदाश्त करता रहा,+इसलिए तूने मेरा डर मानना छोड़ दिया है।