6 “यहोवा ऐलान करता है, ‘हे इसराएल के घराने, क्या मैं तेरे साथ ऐसा ही नहीं कर सकता जैसे इस कुम्हार ने किया? हे इसराएल के घराने, देख! जैसे कुम्हार के हाथ में मिट्टी है, वैसे ही तू मेरे हाथ में है।+
20 मगर हे इंसान, तू कौन है जो परमेश्वर को पलटकर जवाब देने की जुर्रत कर रहा है?+ क्या ढली हुई चीज़ अपने ढालनेवाले से कह सकती है, “तूने मुझे ऐसा क्यों बनाया?”+