यशायाह 44:28 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 28 मैं कुसरू के बारे में कहता हूँ,+ ‘वह मेरा ठहराया हुआ चरवाहा है,वह मेरी एक-एक मरज़ी पूरी करेगा।’+यरूशलेम नगरी के बारे में कहता हूँ, ‘वह दोबारा बनायी जाएगी।’ और मंदिर के बारे में कहता हूँ ‘तेरी नींव डाली जाएगी।’”+ यशायाह 65:18, 19 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 18 इसलिए मैं जो रच रहा हूँ, उस पर सदा खुशी मनाओ और मगन हो। देखो! मैं यरूशलेम को रच रहा हूँ कि वह खुशी का कारण ठहरेऔर उसके लोगों को भी कि वे मगन होने का कारण बनें।+ 19 मैं यरूशलेम के लिए खुशियाँ मनाऊँगा, अपने लोगों के लिए मगन होऊँगा,+फिर कभी उस नगरी में न रोने की आवाज़ सुनायी देगी न दर्द-भरी पुकार।”+
28 मैं कुसरू के बारे में कहता हूँ,+ ‘वह मेरा ठहराया हुआ चरवाहा है,वह मेरी एक-एक मरज़ी पूरी करेगा।’+यरूशलेम नगरी के बारे में कहता हूँ, ‘वह दोबारा बनायी जाएगी।’ और मंदिर के बारे में कहता हूँ ‘तेरी नींव डाली जाएगी।’”+
18 इसलिए मैं जो रच रहा हूँ, उस पर सदा खुशी मनाओ और मगन हो। देखो! मैं यरूशलेम को रच रहा हूँ कि वह खुशी का कारण ठहरेऔर उसके लोगों को भी कि वे मगन होने का कारण बनें।+ 19 मैं यरूशलेम के लिए खुशियाँ मनाऊँगा, अपने लोगों के लिए मगन होऊँगा,+फिर कभी उस नगरी में न रोने की आवाज़ सुनायी देगी न दर्द-भरी पुकार।”+