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  • मत्ती 4:13-16
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 13 फिर नासरत छोड़ने के बाद वह कफरनहूम+ में रहने लगा, जो झील के किनारे जबूलून और नप्ताली के ज़िलों में है। 14 इससे वह बात पूरी हुई जो भविष्यवक्‍ता यशायाह से कहलवायी गयी थी, 15 “हे गैर-यहूदियों के गलील, जबूलून और नप्ताली के देश, तुम जो समुंदर के रास्ते पर और यरदन के उस पार हो, 16 जो लोग अंधकार में बैठे थे, उन्होंने तेज़ रौशनी देखी। जो मौत के साए के देश में बैठे थे, उन पर रौशनी+ चमकी।”+

  • लूका 1:78, 79
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 78 यह हमारे परमेश्‍वर की कोमल करुणा की वजह से होगा। जब वह करुणा करेगा तो मानो हम पर सुबह का उजाला चमकाएगा 79 ताकि जो अँधेरे में और मौत के साए में बैठे हैं उन्हें वह रौशनी दे+ और हमारे कदमों को शांति की राह पर ले चले।”

  • लूका 2:30-32
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 30 मेरी आँखों ने उसे देख लिया है जिसके ज़रिए तू उद्धार करेगा+ 31 और जिसे तूने दिया है ताकि सब देशों के लोग उसे देखें।+ 32 वह राष्ट्रों की आँखों से परदा हटाने के लिए एक रौशनी+ है और तेरी प्रजा इसराएल की महिमा है।”

  • यूहन्‍ना 1:9
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 9 वह सच्ची रौशनी जो सब किस्म के इंसानों को रौशनी देती है, बहुत जल्द दुनिया में आनेवाली थी।+

  • यूहन्‍ना 8:12
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 8 12 यीशु ने एक बार फिर लोगों से बात की और कहा, “मैं दुनिया की रौशनी हूँ।+ जो मेरे पीछे चलता है वह हरगिज़ अंधकार में न चलेगा, मगर जीवन की रौशनी उसके पास होगी।”+

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