17 हे यहोवा, यह सच है कि अश्शूर के राजाओं ने कई राष्ट्रों और उनके इलाकों को तहस-नहस कर दिया+ और 18 उनके देवताओं को आग में झोंक दिया। मगर वे उन देवताओं को इसलिए नाश कर पाए क्योंकि वे देवता नहीं,+ बस इंसानों की कारीगरी थे,+ पत्थर और लकड़ी थे।
15 तुम लोग हिजकियाह की बातों में मत आओ, वह तुम्हें गुमराह कर रहा है!+ उस पर विश्वास मत करो क्योंकि किसी भी राष्ट्र या राज्य का कोई भी देवता अपने लोगों को मेरे और मेरे पुरखों के हाथ से नहीं छुड़ा पाया। फिर तुम्हारे परमेश्वर की हस्ती ही क्या है कि वह तुम्हें मेरे हाथ से छुड़ाए!’”+