विलापगीत 1:2 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 2 वह रात-भर फूट-फूटकर रोती है,+ आँसुओं से उसके गाल भीग जाते हैं। उसके इतने यारों में एक भी ऐसा नहीं जो उसे दिलासा दे।+ उसके अपने साथियों ने उसे दगा दिया है,+ वे सब उसके दुश्मन बन बैठे हैं।
2 वह रात-भर फूट-फूटकर रोती है,+ आँसुओं से उसके गाल भीग जाते हैं। उसके इतने यारों में एक भी ऐसा नहीं जो उसे दिलासा दे।+ उसके अपने साथियों ने उसे दगा दिया है,+ वे सब उसके दुश्मन बन बैठे हैं।