17 उसने लोगों को सिखाया और उनसे कहा, “क्या यह नहीं लिखा है, ‘मेरा घर सब राष्ट्रों के लिए प्रार्थना का घर कहलाएगा’?+ मगर तुम लोगों ने इसे लुटेरों का अड्डा* बना दिया है।”+
45 फिर यीशु मंदिर में गया और जो लोग वहाँ बिक्री कर रहे थे उन्हें बाहर खदेड़ने लगा।+46 उसने उनसे कहा, “लिखा है, ‘मेरा घर प्रार्थना का घर कहलाएगा,’+ मगर तुम लोगों ने इसे लुटेरों का अड्डा* बना दिया है।”+