12 जब वे उपवास करते हैं, तो मैं उनका गिड़गिड़ाना नहीं सुनता,+ जब वे पूरी होम-बलियाँ और अनाज के चढ़ावे चढ़ाते हैं तो मैं उनसे खुश नहीं होता।+ मैं उन्हें तलवार, अकाल और महामारी* से मिटा दूँगा।”+
18 इसलिए अब मैं क्रोध में आकर उन्हें सज़ा दूँगा। मेरी आँखें उन पर तरस नहीं खाएँगी और न ही मैं उन पर दया करूँगा।+ चाहे वे चीख-चीखकर मेरी दुहाई दें फिर भी मैं उनकी नहीं सुनूँगा।”+