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  • 2 इतिहास 28:16
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 16 उन्हीं दिनों राजा आहाज ने अश्‍शूर के राजाओं से मदद माँगी।+

  • यशायाह 30:2
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    •  2 वे मुझसे बिना पूछे+ मिस्र के पास जाते हैं+

      कि फिरौन की हिफाज़त पाएँ

      और मिस्र के साए में शरण लें।

  • यिर्मयाह 2:18
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 18 अब तू क्यों मिस्र जाकर+ शीहोर* का पानी पीना चाहता है?

      क्यों अश्‍शूर जाकर+ महानदी* का पानी पीना चाहता है?

  • यिर्मयाह 2:36
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 36 तू अपने ढुलमुल रवैए को क्यों एक हलकी बात समझती है?

      तुझे मिस्र की वजह से भी शर्मिंदा होना पड़ेगा,+

      ठीक जैसे तू अश्‍शूर की वजह से शर्मिंदा हुई थी।+

  • यिर्मयाह 44:12
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 12 और मैं यहूदा के उन बचे हुए लोगों को पकड़ूँगा जिन्होंने मिस्र जाकर बसने की ठान ली थी। वे सब मिस्र में नाश हो जाएँगे।+ वे तलवार और अकाल से मारे जाएँगे, छोटे-बड़े सब तलवार और अकाल से मारे जाएँगे। वे शापित ठहरेंगे, उनका ऐसा हश्र होगा कि देखनेवालों का दिल दहल जाएगा, उन्हें बददुआ दी जाएगी और उनकी बदनामी होगी।+

  • यहेजकेल 17:17, 18
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 17 फिरौन की विशाल सेना और अनगिनत टुकड़ियाँ युद्ध के वक्‍त किसी काम की नहीं होंगी+ जब लोगों को मार डालने के लिए उसके चारों तरफ घेराबंदी की दीवारें और ढलानें खड़ी की जाएँगी। 18 उसने एक शपथ को तुच्छ जाना है और एक करार तोड़ा है। उसने वादा करने के बाद भी यह सब किया इसलिए वह बच नहीं पाएगा।”’

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