यशायाह 65:21, 22 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 21 वे घर बनाकर उसमें बसेंगे,+अंगूरों के बाग लगाएँगे और उनका फल खाएँगे।+ 22 ऐसा नहीं होगा कि वे घर बनाएँ और कोई दूसरा उसमें रहे,वे बाग लगाएँ और कोई दूसरा उसका फल खाए, क्योंकि मेरे लोगों की उम्र, पेड़ों के समान होगी,+मेरे चुने हुए अपनी मेहनत के फल का पूरा-पूरा मज़ा लेंगे। यिर्मयाह 31:5 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 5 तू सामरिया के पहाड़ों पर फिर से अंगूरों के बाग लगाएगी,+उन्हें लगानेवाले उनके फलों का आनंद उठाएँगे।+ आमोस 9:14 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 14 मैं अपनी प्रजा इसराएल को इकट्ठा करके बँधुआई से वापस ले आऊँगा,+वे उजाड़ पड़े हुए शहरों को दोबारा बनाएँगे और उन्हें आबाद करेंगे,+वे अंगूरों के बाग लगाएँगे और उनकी दाख-मदिरा पीएँगे,+वे बगीचे लगाएँगे और उनका फल खाएँगे।’+
21 वे घर बनाकर उसमें बसेंगे,+अंगूरों के बाग लगाएँगे और उनका फल खाएँगे।+ 22 ऐसा नहीं होगा कि वे घर बनाएँ और कोई दूसरा उसमें रहे,वे बाग लगाएँ और कोई दूसरा उसका फल खाए, क्योंकि मेरे लोगों की उम्र, पेड़ों के समान होगी,+मेरे चुने हुए अपनी मेहनत के फल का पूरा-पूरा मज़ा लेंगे।
5 तू सामरिया के पहाड़ों पर फिर से अंगूरों के बाग लगाएगी,+उन्हें लगानेवाले उनके फलों का आनंद उठाएँगे।+
14 मैं अपनी प्रजा इसराएल को इकट्ठा करके बँधुआई से वापस ले आऊँगा,+वे उजाड़ पड़े हुए शहरों को दोबारा बनाएँगे और उन्हें आबाद करेंगे,+वे अंगूरों के बाग लगाएँगे और उनकी दाख-मदिरा पीएँगे,+वे बगीचे लगाएँगे और उनका फल खाएँगे।’+